सफलता के दो पत्थर | Real Story On Time and Patience

समय और धैर्य पर एक प्रेरणादायक सच्ची कहानी

Motivational Real Story On Time And Patience

आज मैं आपको एक Real Story बताने जा रहा हूँ जो दिल्ली में रहने वाले पवन नाम के एक ऐसे नवयुवक की है जो पांच साल पहले अपनी life से बहुत निराश (disappointed) हो चुका था और उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर अब वह ऐसा क्या करे जिससे उसे अपने जीवन में सफलता (Success in life) प्राप्त हो सके।

यह प्रेरणादायक सच्ची कहानी (Inspirational real story) मैं इसीलिए share कर रहा हूँ क्योंकि यह आज के बहुत से नवयुवकों की कहानी है जो अपनी जिंदगी से निराश हो रहे हैं और उन्हें यह पता ही नहीं चल रहा है कि आखिर अब वह क्या करें और उन्हें कोई ऐसा व्यक्ति भी नहीं मिल पा रहा है जो उन्हें उनकी problem से बाहर निकलने के बारे में सही रास्ता (Right way) बता सके।

real story on time and patience in hindi
Real Story

पांच साल पहले पवन ने अपनी study पूरी कर ली थी और अब वह किसी अच्छे business में अपना career बनाना चाहता था।

पवन के साथ सबसे बड़ी problem यह थी कि वह सोचता बहुत ज्यादा (overthinking) था। सोचते-सोचते उसे समय (time) का पता ही नहीं चलता था।

वह कोई कार्य (work) करता भी था तो यदि उस कार्य में सफलता न मिलती तो वह बहुत परेशान हो जाता था और तुरंत इस कार्य को छोड़ देता था।

उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वह क्या करे। साथ ही सभी उसे उसकी इन habits के लिए बुरा भला कहते थे लेकिन उसे कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला था जो कि उसे बता सके कि उसकी प्रॉब्लम क्या है और वह इस problem से बाहर कैसे निकले?

समय ऐसे ही गुजरता जा रहा था तभी एक दिन जब वह अपने study room में बैठा news paper पढ़ रहा था तो उसने एक seminar के बारे में पढ़ा जो next week से 5 दिन के लिए उसके शहर में होने जा रहा था। इस सेमिनार में शहर के ही एक बहुत बड़े motivational speaker आने वाले थे।

News paper में लिखा था यदि कोई इस motivational speaker से मिलना चाहता है तो appointment ले सकता है।

पवन ने सोचा किया कि क्यों न वह भी appointment ले और अपनी प्रॉब्लम उन्हें बताये। बहुत सोचते-सोचते 3 दिन बाद पवन ने उनसे मिलने के लिए appointment ले लिया।

दिए गए एक निश्चित दिन पर पवन उन मोटिवेशनल स्पीकर से मिलने पहुँचा। पवन ने अपनी सभी problems उन्हें बतायीं और उनके solution के बारे में पूछा।

Motivational speaker ने पवन की बातों को बहुत ध्यान से सुना और कहा, “सबसे पहले तुम मुझे यह बताओ कि तुम बिज़नेस कौन सा करना चाहते हो, तब मैं तुम्हें सफलता का कोई रास्ता बता सकता हूँ।”

पवन ने कहा, “मैंने हीरे और मोतियों के business के बारे में सोचा है लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही है।”

तब motivational speaker ने कहा, “ठीक है! तो मैं तुम्हें हीरे और मोतियों का business करने के लिए अपने पास रखा एक हीरा और एक मोती देना चाहता हूँ जिनकी help से तुम इस business में 100% सक्सेस हो जाओगे।”

यह बात सुनकर पवन खुश हो गया और कुछ सोचने लगा।

लेकिन तभी motivational speaker ने उससे कहा, “पवन! क्या तुम मेरे पास रखे हीरा और मोती लेने को तैयार हो?”

पवन ने कहा, “हाँ! मैं तैयार हूँ।”

तभी motivational speaker ने कहा, “लेकिन वादा करो कि मेरे दिए गए इस उपहार को तुम हमेशा अपने पास रखोगे और किसी भी हालात में इसे खुद से दूर नहीं करोगे।”

पवन बोला, “हाँ! मैं वादा (promise) करता हूँ कि आपके द्वारा दिए गए इस उपहार (gift) को खुद से कभी अलग नहीं करूँगा।”

तभी motivational speaker आगे बढ़े और पवन के हाथ पर एक बहुत छोटा सफ़ेद पत्थर रखते हुए बोले, “इस हीरे को रखो, इस हीरे का नाम “समय (TIME)” है, ध्यान रखना इसे कभी भी बेकार की बातों को सोचने में बर्बाद मत करना बल्कि इसे हमेशा अपने पास रखना और इसका सही उपयोग करना।”

पवन की आँखें चमक उठीं। उसने मन ही मन ठान लिया कि अब कभी किसी भी प्रकार से समय को ख़राब नहीं करेगा बल्कि उसका सही उपयोग करेगा।

जैसे ही पवन motivational speaker को इस कीमती हीरे के लिए धन्यवाद देने ही वाला था तभी motivational speaker ने एक और बहुत छोटा सफेद पत्थर उसके हाथ में रख दिया और कहा, “यह मेरी तरफ से तुम्हारे लिए एक मोती है। इस मोती का नाम “धैर्य (PATIENCE)” है। जब भी तुम समय का सदुपयोग (good use of time) करने के बाद भी सफल नहीं हो पाओ तब इस मोती का उपयोग करना। यह मोती तुम्हें यह बताएगा कि एक बार के प्रयास से सफलता नहीं मिली तो कोई बात नहीं। अपने लक्ष्य को बिना बदले अगला प्रयास करो।”

अब पवन का रोम-रोम प्रसन्न हो उठा। अब उसे पता लग चुका था कि उससे क्या गलतियां हो रही थीं। साथ ही उसे इन गलतियों को सुधारने के लिए एक हीरा और एक मोती मिल चुका था जिनका उपयोग उसने अपने बिज़नेस को सफल करने के लिए किया।

Motivational speaker द्वारा दिए गए उन दो सफ़ेद पत्थर जो पवन के लिए कीमती हीरा और मोती से कम नहीं थे, इन्ही की वजह से आज पवन एक बहुत बड़ा हीरे और मोतियों का व्यापारी बन चुका है।

इस सच्ची कहानी से आपने क्या सीखा?

Moral Of This Real Story

दोस्तों! यह कहानी आज के हर एक उस युवा (Youth) के लिए है जिसे Success प्राप्त करने में बहुत सी problems का सामना करना पड़ रहा है।

सफलता न मिलने पर उनका जीवन निराशा (Frustration) की ओर चला जा रहा है। साथ ही उन्हें कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिल पाया है जो उन्हें बता सके कि वह इस समस्या का समाधान कैसे प्राप्त कर सकते हैं।

आज की भागदौड भरी लाइफ में TIME की सबसे बड़ी importance है। आज के दौर में जिसने समय का सही उपयोग करना सीख लिया, समझ लो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

लेकिन कभी-कभी होता यह है कि time का सही उपयोग करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती। ऐसे में अधिकतर लोग अपना धीरज (patience) खो देते हैं और परिणाम यह होता है कि या तो वह अपना टारगेट बदल लेते हैं या हार मानकर बैठ जाते हैं।

लेकिन यदि ऐसी परिस्थिति (situation) में patience का उपयोग किया जाये जो सफलता की ओर जाने वाले रास्ते भी मिल जाते हैं।

तो दोस्तों! उठो और जागो! आपके पास जो Time नाम का कीमती हीरा है, उसका सही उपयोग करो और साथ ही साथ धैर्य (patience) नाम का मोती अपने पास जरूर रखो जो आपके तब काम आएगा जब आप समय का सही उपयोग करने के बाद भी परेशानियों के रास्ते से गुजर रहे होंगे।

पवन ने भी इस हीरे और मोती का सही उपयोग किया और आज वह एक सफल व्यक्ति (successful person) के रूप में जाना जाता है।

आज भी उसके पास motivational speaker द्वारा दिए गए दोनों सफेद पत्थर हैं जिन्हें वह हमेशा अपनी जेब में रखता है ताकि उन्हें देखकर वह समय और धैर्य का सही उपयोग (Right use of time and patience) करने की प्रेरणा (inspiration) प्राप्त करता रहे।

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14 thoughts on “सफलता के दो पत्थर | Real Story On Time and Patience”

  1. sir yah mujhe sahi nahi laga kyonki maine ye sare trips kai salo se apana raha hoo lekin mujhe age badhane me rukavate hi milati hain agar kuchh galat kaha ho to mujhe maf karana

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    • Avadhesh ji, pehle to khud par vishvas rakho….iske baad jo bhi tips apnao use man se life me apply karo…safalta jarur milegi

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  2. Kisi ke paas time nahi hota
    Kisi paas time nahi hota

    Amul ji bikul sahi hai jisake paas samay hai vo dhairy kho deta haiaur jisake paas dhairy hai vo samay kho deta hai aksar kar yuva peedi ki yahi halat hai

    Apki story ne mujhe new type diya hai

    Sir ap mujhe whatsapp main join karalo plzzzzzzzzz।
    My whatsapp no-7055155019

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  3. समय सबसे बहुमूल्य हीरा है जो इसका ध्यान रख लेता है उसको सफलता अवश्य मिलती है | बहुत सुन्दर कहानी और बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण

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  4. Duniya me jisane bhi samay ko barbad kiya ,samay ne usako barbad kar diya.

    Aapne sahi kaha jisake paas samay aur dhairya namak 2 heere moti rahenge use safal hone se koi nhi rok sakata

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  5. वाह! बहुत ही खूब अमूल जी, आज के काफी युवा इसी बात पर चिंतित रहते है और सोचते रहते है कि हमने इतना पढ़ा-लिखा लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हो रहा। उनकी यही दिक्कत होती है एक तो उन्होंने अपना कोई एक रास्ता निश्चित नहीं किया होता जिस और वह लगातार लग सके और दूसरा अगर लग भी जाए एक तरफ तो कुछ समय में ही धैर्य छोड़कर हार मान लेते है।
    मेहनत तो करनी ही पड़ती है लेकिन मेहनत का फल समय आने पर ही मिलता है अगर धैर्य होगा तभी समय का इन्तजार कर सकते है और सफलता प्राप्त कर सकते है।
    बहुत ही बढ़िया लिखा आपने……धन्यवाद

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    • Dhanyavad Nikhil ji…..Samay aur Dherya safalta ki do kunji hoti hain….jisne inhe samajh liya, samjho success ke paas pahuch gaya…..

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  6. Patience is very much needed for success and unfortunately patience is related to time, time…the most dangerous examiner.

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